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ध्यान क्या है ? ध्यान केसे करे | What is Meditation in Hindi?

ध्यान क्या है ? ध्यान केसे करे | What is Meditation in Hindi?

ध्यान क्या है ? –  What is Meditation in Hindi जापानी का झेन और चीन का च्यान यह दोनों ही शब्द meditate meaning in hindi ध्‍यान के अप्रभंश है। meditation kya hai अंग्रेजी में इसे मेडिटेशन कहते हैं, लेकिन अवेयरनेस शब्द इसके ज्यादा नजदीक है। हिन्दी का बोध शब्द इसके करीब है। ध्यान का मूल अर्थ है जागरूकता, अवेयरनेस, होश, साक्ष‍ी भाव और दृष्टा भाव।

ध्यान क्या है ?

ध्यान

meditation in hindi आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सुकून की सबसे ज्यादा कमी है। जैसे इन्सान सुकून को भूल ही गया है| इंसान रोज की इस भागदौड़ के इस शोर से थोड़ी देर के लिए ही सही लेकिन अपने दिमाग को शांत रखना चाहता है। अगर आप तनाव में हैं या अप्रसन्न रहते हैं तो आप मेडिटेशन (Meditation) का सहारा ले सकते हैं। और ऐसा करने से आपको परम सुख की अनुभूति होती है | 

ध्यान करने से मन को शांत करने में मेडिटेशन काफी मददगार साबित होता है। hindi meditation अगर आपका मन शांत और प्रसन्न रहेगा तो आपकी सभी समस्याएं अपने आप हल होने लगेंगी। यही कारण है कि आज पूरा विश्व योग के माध्यम से शरीर को और ध्यान के द्वारा मन को स्वस्थ रखने का प्रयास कर रहा है। इसलिए हर साल 15 मई को विश्व ध्यान दिवस के रूप में मनाया जाता है। यहां हम आपके साथ मैडिटेशन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात शेयर कर रहे हैं, जो आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। योग का आठवां अंग ध्यान अति महत्वपूर्ण हैं। एक मात्र ध्यान ही ऐसा तत्व है कि उसे साधने से सभी स्वत: ही सधने लगते हैं, लेकिन योग के अन्य अंगों पर यह नियम लागू नहीं होता।

ध्यान (मेडिटेशन) क्या है ?

ध्यान का अर्थ एकाग्रता नहीं होता। dhyan kya hai एकाग्र भाव से ध्यान लगाना, जिसका उद्देश्य होता है मनुष्य को आत्मिक शांति प्रदान करना। मेडिटेशन हिंदी  एकाग्रता टॉर्च की स्पॉट लाइट की तरह होती है | dhyan in hindi जो किसी एक जगह को ही फोकस करती है, लेकिन ध्यान उस बल्ब की तरह है | जो चारों दिशाओं में प्रकाश फैलाता है। आमतौर पर आम लोगों का ध्यान dhayan बहुत कम वॉट का हो सकता है, लेकिन योगियों का ध्यान सूरज के प्रकाश की तरह होता है | जिसकी जद में ब्रह्मांड की हर चीज पकड़ में आ जाती है।

ध्यान क्या है ?

ध्यान क्या है बहुत से संत, गुरु या महात्मा ध्यान मैडिटेशन की तरह-तरह की क्रांतिकारी विधियां बताते हैं, लेकिन वे यह नहीं बताते हैं कि विधि और ध्यान में फर्क है। क्रिया और ध्यान में फर्क है। क्रिया तो साधन है साध्य नहीं।यह  क्रिया तो ओजार है। क्रिया तो झाड़ू की तरह है। maditation in hindi ध्यान (Meditation) एक प्रकार की क्रिया है, जिसमें इंसान अपने मन को चेतन की एक विशेष अवस्था में लाने की कोशिश करता है। इसमें अपने मन को शांति देने से लेकर आंतरिक ऊर्जा (Energy) या जीवन- शक्ति का निर्माण करना हो सकता है |

मेडिटेशन हिंदी हमारी जिंदगी मे सकारात्मकता और खुशहाली लाती है। इसकी सहायता से कोई भी इंसान अपने उद्देश्य पर अपना ध्यान केंद्रित करके अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है। मेडिटेशन का चलन अभी हाल- फिलहाल में नहीं आया है बल्कि आदिकाल से लोग इसका इस्तेमाल शांति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए करते आ रहे हैं।

मैडिटेशन इन हिंदी

आंख बंद करके बैठ जाना भी ध्यान नहीं है। किसी मूर्ति का स्मरण करना भी ध्यान नहीं है। माला जपना भी ध्यान नहीं है। अक्सर यह कहा जाता है कि पांच मिनट के लिए ईश्वर का ध्यान करो- यह भी ध्यान नहीं, स्मरण है। ध्यान है क्रियाओं से मुक्ति। विचारों से मुक्ति।

dhyan meaning in hindi ध्यान में इंद्रियां मन के साथ, मन बुद्धि के साथ और बुद्धि अपने स्वरूप आत्मा में लीन होने लगती है। जिन्हें साक्षी या दृष्टा भाव समझ में नहीं आता उन्हें शुरू में ध्यान का अभ्यास आंख बंद करके रखना चाहिए। meditation hindi फिर अभ्यास बढ़ जाने पर आंखें बंद हों या खुली, साधक अपने स्वरूप के साथ ही जुड़ा रहता है और अंतत: वह साक्षी भाव में स्थिति होकर किसी काम को करते हुए भी ध्यान की अवस्था में रह सकता है।

मैडिटेशन या ध्यान कैसे करते  है  (How to do Meditation Tips)/ध्यान क्या है ? 

Meditation Kab Aur Kaise Kare और Meditation Kaise Shuru Kare ये एक बहुत ही आवश्यक सवाल है, meditation kaise kare जिसका जवाब हम आपको देते है। Meditation करने का सबसे सही वक़्त होता है अमृतावेला, यानी सुबह 4-5 बजे का समय और नुमाशम, यानि शाम के 6-7 बजे का समय, क्योंकि इस वक़्त चारो तरफ शांति रहती है और हमारा मन भी शांत रहता है।

ध्यान क्या है ?

dhyan yog kaise kare अगर आप अपना ध्यान (Meditation) ठीक से कर पाए तो हम आपको कुछ तरीके बता रहे हैं। आशा है कि यह आपके लिए सहायक होगा।

ध्यान केसे करे (How to do meditation Tips in Hindi)

मैडिटेशन से मन को शांत करने का सबसे अच्छा तरीका माना गया है | how to do meditation in hindi इससे कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है | मेडिटेशन कैसे करें तनाव को दूर करने और आपकी तंत्रिकाओं को काबू में रखने वाला यह अभ्यास आपको क्यों भ्रम में डाल रहा है या फिर आपको क्या करना चाहिए? meditation kaise kare in hindi ध्यान करने के लिए क्या है? 

ध्यान कैसे करें गहराई से ध्यान कैसे लगाया जाये? dhyan kaise kare ऐसे और भी बहुत सारे प्रश्न आपके मन में होंगे। meditation kaise karte hain इन प्रश्नों का एक संभावित उत्तर यह भी हो सकता है: शांत दिमाग और बैठने की सही तकनीक अपनाकर आप ध्यान की गहराई में उतर सकते हैं। मगर ध्यान में बेठना आसान नही है | मेडिटेशन कैसे करें क्योकि हमेशा हमारे दिमाग में कई सारे विचार चलते रहते है | how to do dhyana ऐसे में किस तरह ध्यान करे आइये हम जानते है की ध्यान किस प्रकार से किया जाता है |

विशेष – meditation kaise karen अगर आप किसी एक जगह पर मेडिटेशन  करने मे सहज नहीं है तो आप अपनी इच्छा अनुसार जगह बदल सकती है.

घर में एक शांत जगह का चयन करें

dhyan kaise kare घर का ऐसा कमरा how to do meditation at home in hindi जिसमें दरवाजे तथा खिड़कियाँ हों और बच्चों तथा गाड़ियों के शोर-शराबे से दूर हो, आपके लिए बेतहर पंसद हो सकता है। process of meditation in hindi या ऐसी जगह के बारे में सोचें जहाँ पर किसी प्रकार की शोर या विकृतियां ना हो । dhyan kaise karen यह आपके घर का एक शांत हिस्सा या बाहर पेड़ के नीचे बैठ कर भी हो मैडिटेशन सकता है। आप फूलों या सुंदर स्थानों की तस्वीरें जैसे प्रेरणादायक या शांत वस्तुओं को भी आस पास रख सकते हैं।

बैठने के लिए एक आरामदायक जगह खोजें

meditation kaise karte hain ज़मीन पर सीधी रीढ़ कर पद्मासना में बैठने की कोई आवश्यकता नहीं है जब तक आपके लिए यह आरामदायक न हो। dhyan kaise lagaye आप एक दीवार के साथ अपनी पीठ को लगा कर कुर्सी या सोफे पर बैठ कर भी मेडिटेशन कर सकते हैं। आप कुशन, तकिए या कंबल का प्रयोग भी कर सकते हैं। अच्छे बैठने के साधन का मतलब यह नहीं कि ये आरामदायक हों और आप इस पर बैठ कर सो जायें। ध्यान कैसे करना चाहिए बल्कि ऐसे साधन का चुनाव करें जिस पर आप आराम से 20 से 30 मिनट बैठ सकें।

धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद करें

ध्यान कैसे लगाएं आंखे धीरे बंद करे और अपने विचारों को थोड़ी देर के लिए दूर रखने का प्रयास करे। खुद को बताएं कि इस छोटी अवधि के लिए आप किसी और चीज के बारे में नहीं सोचेंगे। कुछ ध्यान लगाने वाले साधकों को आँखें खोलकर ध्यान लगाने में कठिनाई होती है जबकि कुछ को आँखें बंद कर क्योंकि झपकी आने पर वे निद्रा की स्थिति में चले जाते हैं | और बैठने के स्थान पर हल्का प्राकृतिक प्रकाश हल्का सफेद या पीला प्रकाश आपके दिमाग को आराम देने में मदद करता है, इसलिए फ्लुरोसेंट (fluorescent) प्रकाश की तुलना में लैंप या मोमबत्ती ज्यादा अच्छा विकल्प होगी। सक्रियता से शून्य अथवा जहाँ कुछ नहीं है वहाँ ध्यान लगाने की कोशिश करें |

कुछ गहरी सांस लेने से शुरू करें

ध्यान कैसे लगायें अपनी नाक के माध्यम से धीरे-धीरे सांस ले । ध्यान कसे करावे  महसूस करें कि प्रत्येक श्वास आपके शरीर में कैसे अंदर और बाहर निकलती है, अपने फेफड़ों को हवा से भरे और फिर आपके नाक के माध्यम से निकले। प्रत्येक सांस को लंबा और गहरा करना शुरू करें। गहरी सांस लेना से मन और शरीर को शांत मिलती है । आपका ध्यान विचलित ना हो इसके लिए आपको अपनी साँसों पर ध्यान देना है | अधिकांश ध्यान सही तरीके से शांत बैठने और संतुलित तरीके से सांस लेने से अधिक कुछ नहीं है।

हालाँकि, इस सादगी में अनंत कठिनाई छिपी है क्योंकि कुछ क्षण बिना विचलित हुए बैठना अपने आप में एक चुनौती है how to meditate in hindi ऐसा करने का एक आसान तरीका यह है कि 10 से गिनती कम करना शुरू करें। अपना ध्यान गिनती पर केंद्रित करें और अपने दिमाग को शांत स्थिति में जाने दें। यदि आपके पास पर्याप्त समय है तो यह व्यायाम बहुत प्रभावी है और आप इसके लिए 50 या 100 से भी उलटी गिनती शुरू कर सकते हैं।

ध्यान

ध्यान कैसे करे 8 से 10 सेकंड के लिए गहरी सांस लें, इसे 2 से 4 सेकंड तक रोककर रखें और अब इसे 8 से 10 तक गिनते हुए फिर से छोड़ें। इस पूरी प्रक्रिया को लगभग 2 मिनट तक दोहराएं।

सांस लेने और छोड़ने को एहसास करें तथा बंद आँखों से इसे देखने का प्रयास करें। अपने शरीर में ऑक्सीजन (हवा) के भरने की कल्पना करें और ऐसा एहसास करें कि रक्त के माध्यम से ये आपके पूरे शरीर में ऊर्जा उत्पन्न कर रही है।

कोई मेडिटेशन मंत्र चुने

मंत्र एक शब्द या वाक्यांश है जिसे आप मेडिटेशन के दौरान दोहराते हैं। dhyan lagane ki vidhi मंत्र का उद्देश्य आपको अपने विचारों से दूर रखना होता है जिसे आप मेडिटेशन पर ध्यान लगा सकेंगे । आप अपने पसंदीदा शब्द का उपयोग कर सकते हैं। कुछ लोग “शांति” या “ॐ” जैसे शब्दों का उपयोग करना पसंद करते हैं। “ॐ” का उच्चारण आप अपनी गहरी सांस के साथ कर सकते है | ध्यान केंद्रित करना जिससे आपको अपना ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलेगी |

ध्यान क्या है ?

ध्यान के प्रकार (Types of Meditation in Hindi)/ध्यान क्या है ?

मैडिटेशन टिप्स हमारे समाज में कई तरह के लोग होते हैं, ध्यान लगाने के तरीके जो असफल होने के बाद खुद का ख्याल रखते हैं और फिर से अपने लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश करने लगते हैं। दूसरे वे लोग हैं। जो लोग उस काम को करना बंद कर देते हैं जिसमें उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है और कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हार मान कर खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं। इन सभी प्रकार की मानसिक अवस्थाओं से निपटने के लिए विभिन्न प्रकार के ध्यान भी किए जाते हैं। लेकिन सभी प्रकार के ध्यान करने का उद्देश्य संतुष्टि, मानसिक शांति, एकाग्रता और खुशी प्राप्त करना है। वैसे तो मेडिटेशन कई तरह के होते हैं लेकिन यहां हम आपको मेडिटेशन के कुछ मुख्य प्रकारों के बारे में बताने जा रहे हैं-

श्वास जागरूकता ध्यान

meditation hindi me श्वास जागरूकता एक प्रकार का माइंडफुल about meditation in hindi मेडिटेशन है जो श्वास जागरूकता को प्रोत्साहित करता है। अभ्यासी धीरे-धीरे और गहरी सांस लेते हैं, अपनी सांसों को गिनते हैं या अन्यथा अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। लक्ष्य केवल श्वास पर ध्यान केंद्रित करना और मन में प्रवेश करने वाले अन्य विचारों को अनदेखा करना है।

भृकुटी ध्यान (Third Eye Meditation)

ध्यान केंद्रित करना इसे तीसरी आँख पर ध्यान केन्द्रित करने वाला ध्यान dhyan karna माना जाता है| इसके लिए व्यक्ति को अपनी आँखों को बंद करके, अपना सारा ध्यान अपने माथे की दोनों भौहो के बीच में लगाना होता है| इस ध्यान को करते वक़्त व्यक्ति को बाहर और अंदर पुर्णतः शांति का अनुभव होने लगता है | इन्हें अपने माथे के बीच में ध्यान केन्द्रित कर अंधकार के बीच में स्थित रोशनी की उस ज्वाला की खोज करनी होती है जो व्यक्ति की आत्मा को परमात्मा तक पहुँचाने का मार्ग दिखाती है | जब आप इस ध्यान को नियमित रूप से करते हो तो ये ज्योति आपके सामने प्रकट होने लगती है | शुरुआत में ये रोशनी अँधेरे में से निकलती है | फिर पीली हो जाती है, फिर सफ़ेद होते हुए नीली हो जाती है और आपको परमात्मा के पास ले आती है |

श्रवण ध्यान (Listening / Nada Meditation)

how do meditation in hindi इस ध्यान को सुन कर किया जाता है, ऐसे बहुत ही कम लोग है जो इस ध्यान को करके सिद्धि और मोक्ष के मार्ग पर चलते है| सुनना बहुत ही कठिन होता है क्योकि इसमें व्यक्ति के मन के भटकने की संभावनाएं बहुत ही अधिक होती है| इसमें आपको बाहरी नही बल्कि अपनी आतंरिक आवाजो को सुनना होता है, इस ध्यान की शुरुआत में आपको ये आवाजे बहुत धीमी सुनाई देती है और धीरे धीरे ये नाद में प्रवर्तित हो जाती है| एक दिन आपको ॐ स्वर सुनाई देने लगता है. जिसका आप जाप भी करते हो|

प्राणायाम ध्यान (Breath Focus Meditation)

dhyan kaise karte hain इस ध्यान को व्यक्ति अपनी श्वास के माध्यम से करता है, जिसमे इन्हें लम्बी और गहरी साँसों को लेना और छोड़ना होता है| साथ ही इन्हें अपने शरीर में आती हुई और जाती हुई साँसों के प्रति सजग और होशपूर्ण भी रहना होता है | प्राणायाम ध्यान बहुत ही सरल ध्यान माना जाता है किन्तु इसके परिणाम बाकी ध्यान के जितने ही महत्व रखते है|
अवश्य पढ़िएसूर्य नमस्कार के लाभ

मंत्र ध्यान (Mantra Meditation)

dhyaan in hindi इस ध्यान में व्यक्ति को अपनी आँखों को बंद करके ॐ मंत्र का जाप करना होता है और उसी पर ध्यान लगाना होता है. क्योकि हमारे शरीर का एक तत्व आकाश होता है तो व्यक्ति के अंदर ये मंत्र आकाश की भांति प्रसारित होता है और हमारे मन को शुद्ध करता है. जब तक हमारा मन हमे बांधे रखता है तब तक हम इस ध्वनि को बोल तो पाते है किन्तु सुन नही पाते लेकिन जब आपके अंदर से इस ध्वनि की साफ़ प्रतिध्वनि सुनाई देने लगती है तो समझ जाना चाहियें कि आपका मन साफ़ हो चूका है. आप ॐ मंत्र के अलावा सो-ॐ, ॐ नमः शिवाय, राम, यम आदि मंत्र का भी इस्तेमाल कर सकते हो |

कुंडलिनी ध्यान ( Kundalini Meditation )

ध्यान क्या है ?

इस ध्यान को सबसे मुश्किल ध्यान में से एक माना जाता है. इसमें व्यक्ति को अपनी कुंडलिनी उर्जा को जगाना होता है, जो मनुष्य की रीढ़ की हड्डी में स्थित होती है. इसको करते वक़्त मनुष्य धीरे धीरे अपने शरीर के सभी आध्यात्मिक केन्द्रों को या दरवाजो को खोलता जाता है और एक दिन मोक्ष को प्राप्त हो जाता है. इस ध्यान को करने के कुछ खतरे भी होते है तो इसे करने के लिए आपको एक उचित गुरु की आवश्यकता होती है|

चक्र ध्यान (Chakra Meditation) 

व्यक्ति के शरीर में 7 चक्र होते है, इस ध्यान को करने का तात्पर्य उन्ही चक्रों पर ध्यान लगाने से है. इन चक्रों को शरीर की उर्जा का केंद्र भी माना जाता है. इसको करने के लिए भी आँखों को बंद करके मंत्रो ( लम, राम, यम, हम आदि ) का जाप करना होता है. इस ध्यान में ज्यादातर हृदय चक्र पर ध्यान केन्द्रित करना होता है |

निष्कर्ष (Conclusion)ध्यान क्या है ?

Mental और Physical Health, दोनों को स्वस्थ रखने में मेडिटेशन काफी मदद करता है। मैडिटेशन तनाव कम करने में मदद करता है | मेडिटेशन करने से दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है, और Blood Pressure और Sugar भी Control में रहता है।अपने जीवन में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने के लिए मेडिटेशन सबसे अच्छा माध्यम है। आपके शरीर के साथ आपका मन भी स्वस्थ और ऊर्जा से भरपूर रहेगा।

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